Reformed baptist church in jaipur

Archives: Quote

1991

आप जितने अधिक मसीह के समान होंगे, संसार उतना ही अधिक आपके साथ वैसा ही व्यवहार करेगा जैसा उसने मसीह के साथ किया था। शायद आपको अधिक सताव इसलिए नहीं मिलता है क्योंकि जैसी समानता होनी चाहिए वैसी नहीं है।

1990

हमारे उद्धारकर्ता ने हमें हर प्राणी को सुसमाचार सुनाने के लिए कहा है; उसने यह नहीं कहा, “केवल चुने हुओं को ही प्रचार करो;” और यद्यपि यह हमारे लिए सबसे तार्किक बात प्रतीत हो सकती है, फिर भी, चूंकि उसने चुने हुए लोगों के माथे पर कोई मुहर या उन पर कोई विशिष्

1985

मनुष्य की स्वतन्त्र इच्छा उसे दाँत के दर्द, या उँगलियों के छाले से भी ठीक नहीं कर पाती है; और फिर भी वह पागलों की तरह यह सोचता है कि उसकी आत्मा को ठीक करने की शक्ति उसकी स्वतंत्र इच्छा में है।

1980

यदि मैं यह विश्वास करता हूं कि दुनिया नर्क में जा रही है, लेकिन फिर भी मौखिक रूप से उन्हें चेतावनी ना दूं तो मैं एक कायर और पाखंडी दोनों हूं। {मती 3:2, 4:17, 28:19-20, मर 1:4,14-15, 16:15-16, लुका 3:3, 5:32,13:3,5, 24:47, युह 3:16-18, 36, प्रेरी 3:19, 5:31, 10:17, 17:30, 26:20, रोमी 1:16, 10:13-15, इफि …

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1672

पश्चाताप करना अपने पाप के लिए खेद महसूस करने से कहीं अधिक है। यहूदा भी मसीह का विश्वासघात करके खेदित था लेकिन वह नरक में ही गया। {भज 32:5, 51:1-17, नीति 28:13, योएल 2:12-13, मती 3:8, 15:8, 26:14- 16, 24, 27:3-10, लुका 13:3, 17:3-4, प्रेरी 3:19, 2 कुरू 7:9-10, तीतू 1:16, 1 युह 1:8-10}