Reformed baptist church in jaipur

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यीशु मसीह परमेश्वर है।साप्ताहिक शैक्षणिक भक्ति सन्देश (सप्ताह -4)

आपका अनंत जीवन इसी पर निर्भर करता है कि आप यीशु मसीह को क्या मानते हैं। यदि आप यीशु मसीह को सिर्फ एक गुरु या नबी मानते हैं तो आप नरक में जा रहें हैं। उद्धार पाने के लिए यह ज़रूरी है कि आप प्रभु यीशु मसीह को परमेश्वर का अनादि बेटा और परमेश्वर माने …

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त्रिएक परमेश्वर- साप्ताहिक शैक्षणिक भक्ति सन्देश (सप्ताह -3)

त्रिएकता को समझना: त्रिएकता शब्द में एक और  त्रि (तीन) दोनों शब्द आतें हैं। त्रिएक का अर्थ होगा: एक लेकिन फिर भी तीन या तीन लेकिन फिर भी एक। दूसरे शब्दों में यह भी कह सकते हैं कि एक में तीन है या तीन में एक।  लेकिन क्या ये तार्किक रूप से परस्पर विरोधी (logically …

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वचन की महिमा साप्ताहिक शैक्षणिक भक्ति सन्देश (सप्ताह -2)

हम ऐसे समय में रह रहें है जब अपने अनुभवों को अधिक महत्तव दिया जाता है और परमेश्वर के मुँह से निकले शब्द अर्थात बाइबल को कम। कई कलीसियाओं में तो वचन पर ध्यान देना पवित्र आत्मा का अपमान माना जाता है। ऐसी कलीसियाओं के लोग प्रार्थना में वचन को पढ़ने, अध्ययन करने, उस पर …

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फिर मिलने की जीवंत आशा- हेरल्ड जोसफ को एक ट्रिब्यूट

मेरे ससुर, हेरल्ड जोसफ को प्रभु के पास गए एक महीने से ज्यादा हो गया। वो कोविड-19  से ग्रसित थे। 4  दिसंबर की शाम को मुझे और मेरी पत्नी को यह कहकर हॉस्पिटल बुलाया गया कि पापा बहुत ही गंभीर अवस्था में है।  हम दोनों कांपते हुए लेकिन प्रभु में शांत हृदयों के साथ हॉस्पिटल …

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बाइबल काफी है। साप्ताहिक शैक्षणिक भक्ति सन्देश (सप्ताह -1)

पुराने नियम में सारे उद्धार पाए संतों में पवित्र आत्मा रहता था लेकिन सब को पवित्र आत्मा के वरदान नहीं दिए जाते थे। जब यहोशू ने मूसा से एलदाद और मेदाद को भविष्यवाणी करने से रोकने को कहा तो मूसा ने ये इच्छा प्रकट की: मूसा ने उससे कहा, “क्या तू मेरे कारण जलता है? …

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क्रिसमस क्यों मनाया जाता है?

क्रिसमस क्यों मनाया जाता है?

क्रिसमस का नाम सुनते ही शायद आपकी आँखों के सामने सांता क्लॉज़, क्रिसमस ट्री आदि की तस्वीर आती होगी और आपके कानों में जिंगल बेल्स कि धुन घुलने लगती होगी, लेकिन ये सब तो मनोरंजन के लिए हैं. आइये मैं आपको क्रिसमस का असली मतलब समझाता हूँ:  क्रिसमस  यीशु मसीह के महिमावान जन्म के स्मरण …

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कैल्विनवाद, आर्मिनवाद और परमेश्वर कि तीन इच्छाएं

आहा! परमेश्वर का धन और बुद्धि और ज्ञान क्या ही गंभीर है! उसके विचार कैसे अथाह, और उसके मार्ग कैसे अगम हैं! प्रभु कि बुद्धि को किस ने जाना या उसका मंत्री कौन हुआ? या किस ने पहिले उसे कुछ दिया है जिस का बदला उसे दिया जाए। क्योंकि उस की ओर से, और उसी …

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आर्मिनवादियों की असंगत शिक्षाएं और प्रार्थनाएं

आर्मिनवादियों की असंगत शिक्षाएं और प्रार्थनाएं

धर्मशास्त्र के अध्ययन में दो वाद हैं: कैल्विनवाद और आर्मिनवाद . दोनों की शिक्षाओं के बीच का अंतर नीचे दिया गया है: कैल्विनवाद 1.सम्पूर्ण भ्रष्टता की शिक्षा: मनुष्य पूरी तरह से आत्मिक रूप से/पाप में मरा हुआ है, वह परमेश्वर को न चाहता है और नाही चाह सकता है. इस शिक्षा को और जानने के …

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भाग्यविधाता परमेश्वर और जिम्मेदार मनुष्य

भाग्यविधाता परमेश्वर और जिम्मेदार मनुष्य परमेश्वर कि सम्प्रभुता और मनुष्य कि जिम्मेदारी [सुसंगतता की शिक्षा (Compatibilism)] परमेश्वर संप्रभु परमेश्वर हैं. परमेश्वर की सम्प्रभुता का अर्थ होता है की इस सृष्टि में जो कुछ भी होता है वो सब उसी की योजना के अनुसार होता है. आदम ने जब वर्जित फल को खाया तो परमेश्वर को …

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उद्धार में परमेश्वर की सम्प्रभुता

कौन स्वर्ग जायेगा और कौन नरक यह परमेश्वर ने निर्धारण कर रखा है: और अभी तक न तो बालक जन्मे थे, और न उन्होंने कुछ भला या बुरा किया था कि उस ने कहा, कि जेठा छुटके का दास होगा। इसलिये कि परमेश्वर की मनसा जो उसके चुन लेने के अनुसार है, कर्मों के कारण …

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